मेरे सत्य के साथ के प्रयोग की कहानी (गांधीजी)
किताबें जिन्हें पढ़ना जीवन में लिए तजुर्बों को पढ़ने से उनकी स्वयं विकास करने की मंशा से हम प्रेरणा ले सकते हैं।
जीवन में स्वयं विकास के महत्व को दर्शाने वाली यह किताब हर व्यक्ति को एक बार जरूर पढ़नी चाहिए।
उनके जीवन की कुछ प्रमुख घटनायें
१) इंग्लैंड में वकालत की पढाई करने गए गाँधीजी ने अंग्रेजी सभ्य पुरुष बनने के लिए पश्चिमी नृत्य सीखने का प्रयत्न किया था ।
२) गांधीजी विदेश में शाकाहारी क्लब के सदस्य बने, शाकाहारी होटल की कमी के कारण खुद खाना बनाना सीखा ,अपने जीवन में कई बार आत्मा व शरीर की शुद्धि के लिए लंबी उपवास रखते थे ।
३) बोअर युद्ध में स्वेच्छा से घायलों को मदद करने के लिए टोली बनाई ,इस युद्ध में घायलों की सेवा की । युद्ध व हिंसा से होने वाले विनाश और मानव दुःख को देखकर उन्होंने अन्याय का विरोध करने के लिए अहिंसा का प्रयोग किया और जगत में उसका प्रचार किया ।
4 “लियो टालस्टाय” नामक मशहूर रूसी लेखक से वे काफी प्रभावित थे ,उन्होंने उनकी किताब “”द किंगडम ऑफ़ गॉड इस वीथिन यू” (परमेश्वर का राज्य तुम्हारे भीतर है ) पढ़ी थी आगे चलकर साउथ अफ्रीका में “टॉलस्टॉय फ़ार्म” नाम से एक आश्रम की स्थापना की।
सही तरह का खान-पान ,आचार-विचार व प्राकृतिक चिकित्सा पर उन्होंने प्रयोग किये। एक बार बेटे को भयंकर बुखार आने पर उन्होंने मिट्टी के थेपलों से सफलतापूर्वक उसका इलाज किया । 1930 में उनके द्वारा चलाया गया असहयोग आंदोलन चरम सीमा पर था, लेकिन “चोरी चोरा” में हिंसक घटना होने पर उन्होंने आंदोलन वापस ले लिया ।
२ “रामायण” यह महाकथा सिर्फ अच्छाई की बुराई पर जीत की कहानी ही नहीं है ,अपितु मर्यादा पुरषोत्तम राम की जिंदगी से सीखने का अवसर भी देती है। पुत्र मोह की वजह से कैकई अपने पुत्र भरत को राज्य दिलाने का षड़यंत्र तो रचती है ,पर इससे उसके पुत्र भरत की ही जिंदगी में भारी उथल पुथल मच जाती है ,इससे यह पता चलता है की माताएं अपने पुत्रों को संसार का सारा सुख दिलाने के उपक्रम में उन्हीं का नुकसान कर देती है
अपने पिता के वचन को रखने के लिए भगवान् राम 14 वर्ष का वनवास झेलते हैं और रघुकुल की “प्राण जाये पर वचन न जाए की रीत निभातें हैं “,रावण द्वारा पत्नी सीता का अपहरण करने पर सारी कठिनाईयों को पार करके उन्हें वापस लाते हैं , इसमें उनकी पत्नी देवी सीता द्वारा “सोने के मृग की कामना करना” तथा इस घटना से जीवन भर पछताना,यह “कांड” स्त्रियों को लोभ व चमक दमक(सोने) की चीज़ों से बचने की सीख देता है ।
श्रीराम की कर्तव्यपरायणता,सत्य के प्रति निष्ठा,माता सीता की पवित्रता तथा अनेक प्रेरणादायक प्रसंगों को जानने के लिए पढ़ें ।
3 महाभारत :- कौरवों द्वारा अपने चचेरे भाइयों ” पांडवों “से छल कपट कर सत्ता हथियाने की असफल दास्तां है । सारे संघर्षों के बाद पांडव युद्ध जीत कर भी हार जाते हैं,यह सभी के लिए सीख है,की युद्ध किसी भी विकट परिस्थिती का पर्याय नहीं है ।
अर्जुन : जो इस महाकाव्य के प्रमुख महामानव हैं इनकी वीरता तथा एकाग्रता से सभी सीख व प्रेरणा ले सकते हैं जब तीरंदाजी की तैयारी करते हुए उनसे पूछा गया की आपको क्या दिखाई दे रहा है तब उनका उत्तर था,चिड़िया की आँख , इसके विपरीत उनके भाइयों ने कहा हमें चिड़िया ,पेड़ ,पत्ते ,टहनियाँ इत्यादि दिखाई दे रहे हैं ।
जब राज्य का बंटवारा हुआ तब खांडव प्रस्थ की जटिल,बेकार भूमि पांडवों के हिस्से में आयी । पांडवों ने एकजुट होकर अपनी मेहनत,लगन,बुद्धिमत्ता ,व कार्य कुशलता द्वारा खांडव प्रस्थ को इंद्रप्रस्थ बना दिया ।यह आज के युवक, युवतियों के लिए बेहद प्रेरणादायक है । हम भी ज्ञान,हूनर व तजुर्बे से भारत को संपन्न, सुखी बना सकते हैं इसमें समय तो लगेगा ही , इसलिए विकसित देशों से भारत की तुलना करना ठीक नहीं है । हमें तो आजादी मिले बस 72 साल हुए हैं , बाहर के संपन्न देश तो सदियों से आजादी का सुख ले रहे हैं।
४ पंचतंत्र :– इसमें बच्चों व बड़ों के लिए मनोरंजन व शिक्षाप्रद कहानियां हैं , जीव/जंतु के जीवन की मनोरंजक कहानियां पढ़कर बेहतर इंसान बनने के लिए सीख मिलती है ।
5 अमर चित्र कथा कॉमिक्स :- ऐतिहासिक,पौराणिक व मशहूर लोगों पर आधारित कहानियां ,संवाद व चित्रों से भरपूर इन कहानियों से बच्चों व बड़ों में स्वाभाविक रूप से इतिहास ,संस्कृति के प्रति रूचि जगती है।
6 अकबर बीरबल/ तेनाली राम :- बीरबल व तेनाली राम अपने राजाओं अकबर व कृष्ण-देवराय के चहेते बनते हैं , अपनी सूजबूझ व चतुराई से लोगों व अपने राजाओं की समस्या भी दूर करते हैं ,इनकी कहानियाँ बेहद मनोरंजक व शिक्षाप्रद है ।
7 जीत आपकी : शिव खेड़ा द्वारा लिखी गयी यह मशहूर पुस्तक जीवन में कुछ कर गुजरने के लिए उदाहरणों सहित मार्ग व नियम बताती है, एक बार जरूर पढ़ें ।
8 ” द डायरी ऑफ़ अ यंग गर्ल ” ऐना फ्रेंक : एक 13 साल की लड़की नाजियों के प्रताड़ना से बचने के लिए अपने परिवार व अन्य लोगों के साथ एक घर में वर्षों तक छुप के रहती है । वह रोज की होने वाली घटनाओं को अपनी डायरी में लिखती है , उसके द्वारा लिखी हुई घटनाओं का विवरण करुणादायक व प्रेरणास्पद है ,यह जीवन के अनछुए पहलुओं को छेड़ती है ,आज के lockdown के सन्दर्भ में पढ़ना बेहद जरूरी ।
9 Reader ‘s Digest – यह किताब बेहद ज्ञान वर्धक है, दुनियाभर के प्रेरणादायक किस्से कहानियां पढ़ने का अवसर आपको इसमें मिलेगा, आप इसे पढ़ने से दुनिया के अनेक देशों की संस्कृति तथा जीवन शैली खासकर “अमेरिका के लोगों”
के बारे में जान पाएंगे, इसमें अनेक स्तम्भ हैं जो काफी मनोरंजक हैं जैसे हंसी सबसे अच्छी दवा ,वर्दी में मजाक ,जीवन ऐसा ही है ,व शब्द ज्ञान बढ़ाने हेतु खेल , इसको पढ़कर गजब का आत्मविश्वास पा सकते हैं ।
१० मार्गदर्शकों की जीवन में क्यों आवश्यकता है ।
इस तरह के अनेक लेख आपको ज्ञानस्तम्भ (www.360reading.in”) में मिलेंगे। इसमें महिलाओं व युवाओं के लिए कई उपयोगी लेख हैं ,अंग्रेजी को कैसे आसान बनाएं ,अंग्रेजी घर बैठे सीखने की विधि ,इन सब लेखों से हमें रोजमर्रा के जीवन में आगे बढ़ने के लिए बहुमूल्य जानकारी मिलती है । इन्हें पढ़कर व अपनाकर हम आगे बढ़ने का मार्ग खोल सकते हैं ।
बीते हुए दिन (राजीव मगन)
हिमालय की तलहटी पर बसता है एक शहर जिसका नाम है देहरादून
मौसम इसका रहता था सदाबहार चाहे महीना मई का हो या जून
यहां की मस्त वादियों में खिल खिलाती थी तितलियाँ, बाग़ और बगीचों से निकलती थी आम और लीचियों की रेलियां , मौसम था यहां का खुशनुमा
सिर्फ मनुष्य ही नहीं जीवों को भी यह लगता था स्वर्ग सा
जब सवेरे ओस की ठंडी बूंदे टकराती थी पैरों से
क्या कहें ,एक मीठी सी सिहरन गुजर जाती हमारे अंगों में
सर्दियों में जब यहाँ नायाब फल और फूल उगते, पक्षियों की चहचाहट और फूलों की सुगंध से लोगों के बाछें तक खिल उठते
पहाड़ों की रानी मसूरी का नजारा भी यहां से लगता था अजब
रात में टिमटिमाती रोशनियों को देखकर, वास्तव में लगता था गजब
एक दिन खबर आयी कि इसे बना दी गई है राजधानी
और बस शुरू हो गई इसके पतन की कहानी
जहां होते थे नदियाँ ,नाले, खेत खलिहान और फलदार पेड़
एक-एक करके बेचने लगे पैसों की चाह में ,क्या युवा क्या अधेड़
अब प्रदूषण और दुर्घटनाओं से हो रहे हैं लोग परेशान
गिनती नहीं की ,पर न जाने, रोज कितनों की जाती है जान
अब तो यहां के प्राकृतिक सौंदर्य की यादें हो रही है धूमिल
शहर में कंक्रीट की बाढ़ आ गई है और जीवन लग रहा है बोझिल
घर घर में थे बाग बगीचे , लगते थे आड़ू ,पुलम और अंजीर,
देहरादूनी बासमती चावल की सबसे स्वादिष्ट मानी जाती थी खीर
जब बासमती चावल, घरों में पकती, दूर दूर तक फैल जाती इसकी महक
गांव गांव ,गली गली में इसकी खुशबू से बच्चे बूढ़े सभी जाते थे, चहक
तोर की दाल का स्वाद भी क्या लगता था खूब , ठंडियों में खाकर इसे मिलती गर्मी भरपूर
रोज आती है यादें ,वह पुरानी बातें और प्यारे पलछिन
कल कल करती धाराओं का शोर ,महकती फ़िज़ाएं बुलाती अपनी ओर और अब रात(२) कटते तारे गिनगिन
दिल से आवाज निकलती है कोई लौटा दे देहरादून के बीते हुए दिन,बीते हुए दिन
If you’d like a free consultation, please start by completing the form:
Address: Gyaanshaala 10a.
New cantt rd Dehradun 248001
8439585375
9528545548
info@360reading.in